उत्तरप्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ (Kanpur Encounter Case) की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, परत-दर-परत चीजें खुलकर सामने आ रही हैं। इस बीच, करीब 90 घंटे से फरार ढाई लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे के घर से तलाशी के दौरान पुलिस को बम भी बरामद हुए हैं। बिकरू कांड को अंजाम देने से कुछ घंटे पहले शातिर अपराधियों ने जमकर शराब पी थी। इस बात की पुष्टि एनकाउंटर में मारे गए अतुल के घर से हो रही है।
एक बात यह भी स्पष्ट हो गई है कि पुलिस की तैयारियों से कई गुना ज्यादा तैयारी अपराधी विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) के साथी अपराधियों ने कर रखी थी।
इसका खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने एनकाउंटर में मारे गए अतुल दुबे (विकास का चचेरा भाई) के मकान का ताला तोड़ घर के अंदर प्रवेश किया और छानबीन शुरू की।
पूरे घर में महंगी शराब की काफी मात्रा में खाली बोतलें भी पड़ी थीं और गिलास भी काफी संख्या में थे।
इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना वाले दिन लगभग 20 से 25 शातिर अपराधी मुठभेड़ में ढेर हुए अतुल के साथ मौजूद थे। पड़ोसियों की अगर मानें तो अतुल के घर में ज्यादातर बाहरी लोग ही आकर ठहरते थे। उसके साथ उसकी पत्नी बेटा व अन्य कोई भी सदस्य नहीं रहता था और वह अकेला यहां पर रहता था।पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस के आने के पहले ही अपराधी विकास दुबे को सूचना मिल चुकी थी, जिसके चलते पुलिस पर हमला करने की तैयारी की गई थी।