The Revolt of 1857 (Also regarded as India’s First War of Independece) was an extremely important event in Indian history. It was initiated by the sepoy of the company which arouses the accumulated grievances of the people against the Company’s administration and of their dislike for the foreign regime.
10 मई, 1857 का वो दिन, जब पहली बार हिंदुस्तान की धरती में अंग्रेजों को खुली चुनौती दी गयी. जब पहली बार अंग्रेजों को इस देश से भागने के लिए जंग का सीधा ऐलान किया गया. जब पहली बार अंग्रजों को हिंदुस्तानी फौलाद से रूबरू कराया गया. इतिहास में इस दिन को 1857 की क्रांति की तारीख के रूप में याद किया जाता है. इस दिन मेरठ छावनी से उठी क्रांति की वो ज्वाला देशभर में धधकी जिससे ब्रितानी हुकूमत की चूलें हिल गई. बहादुरशाह जफर, नाना साहब, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे समेत कई बड़े नाम इस क्रांति में कूदे, अंग्रेजों को चुनौती दी. इसे प्रथम स्वाधीनता संग्राम का नाम भी दिया गया.
#IndependenceDay2020 #1857Revolution #15August2020 #SwatantrataDiwas2020