Ahead of the Supreme Court’s hearing on Tuesday to determine the quantum of sentence after finding Prashant Bhushan guilty of contempt for “false and malicious” tweets, the activist-advocate on Monday again refused to apologise and told the apex court that his “contemptuous” remarks were meant to arrest the court’s drift from its role as protector of people’s rights.Watch video,
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ कोर्ट की अवमानना मामले में आज सजा का ऐलान किया जाएगा. प्रशांत भूषण ने न्यायपालिका के प्रति अपमानजनक दो ट्वीट के लिए सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगने से सोमवार को इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इनमें उन्होंने अपने उन विचारों को व्यक्त किया है जिन पर वो हमेशा विश्वास करते हैं. जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट उनकी सजा पर फैसला कर सकता है. देखें वीडियो
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