जमानत मिलते ही कार्बाइन व हथियारों की खेप खरीदी

जमानत मिलते ही कार्बाइन व हथियारों की खेप खरीदी

जमानत मिलते ही कार्बाइन व हथियारों की खेप खरीदी
- कार्बाइन, सात पिस्तौल, दो मैग्जीन व नौ जिंदा कारतूस जब्त, चार गिरफ्तार
- पुलिस ने गत वर्ष पांव में गोली मारकर पकड़ा था हार्डकोर
जोधपुर.
लम्बे समय तक फरार रहने के बाद पुलिस ने गत वर्ष जिस हार्डकोर को पांव में गोली मारकर पकड़ा था वह जमानत पर जेल से बाहर आते ही फिर से हथियारों की तस्करी में सक्रिय हो गया। पुलिस ने उसे व एक अन्य हार्डकोर व प्रतापगढ़ के हथियार सप्लायर सहित चार जनों को गिरफ्तार कर एक कार्बाइन, ७ पिस्तौल, दो मैग्जीन व नौ जिंदा कारतूस जब्त किए। मण्डोर, करवड़ व रातानाडा थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। राज्य में स्वचालित हथियार बरामदगी की यह संभवत: पहली कार्रवाई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि करवड़ थाना पुलिस ने गत मंलवार को विनायकपुरा निवासी सहीराम उर्फ श्रीराम बिश्नोई को देसी पिस्तौल व सात जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में सामने आया कि बीस दिन वह जमानत पर जेल से छूटा था। फिर उसने एक पुरानी कार खरीदी थी। कार में सहीराम व निंबाराम गत दिनों निम्बाहेड़ा गए थे, जहां से उन्होंने कार्बाइन व देसी पिस्तौलें और जिंदा कारतूस खरीदे थे। इस आधार पर जिला विशेष टीम को सक्रिय किया गया।
मण्डोर थानाधिकारी दिलीप खदाव ने लोहावट के जाटावास में पश्चिम की ढाणी निवासी निंबाराम उर्फ नेमाराम (३१) पुत्र किशनलाल जाट को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से एक कार्बाइन व तीन देसी पिस्तौल व ६ जिंदा कारतूस जब्त किए गए। इसके अलावा मदेरणा कॉलोनी निवासी भानु प्रताप उर्फ भानसा (२८) पुत्र अर्जुनराम सेवक को गिरफ्तार किया। हथियार सप्लाई करने वाले को पिस्तौल सहित पकड़ाउधर, रातानाडा थानाधिकारी जुल्फिकार अली ने प्रतापगढ़ में गायरियों की ढाणी निवासी राजेश (२२) पुत्र मदनलाल गायरी को गिरफ्तार किया। उससे दो पिस्तौल, दो मैग्जीन व एक जिंदा कारतूस जब्त किया गया। वह हथियार सप्लाई करने जोधपुर आया था। वह कुछ दिन पहले भी हथियारों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार हुआ था।
करवड़ थानाधिकारी भारत रावत ने नागौर जिले में जायल थानान्तर्गत धारणा निवासी जयपाल उर्फ जेपी पुत्र हरिराम जाट को एक पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया। कार्रवाई में डीएसटी के एसआई कन्हैयालाल, एसआई रामभरोसी, हेड कांस्टेबल कमरूद्दीन, कैलाश, कांस्टेबल ओमप्रकाश साहू, अकरम खान, ओमाराम डांगी, देवाराम शािमल थे।
एक बार में निकलती है ३० गोलियां
पुलिस का कहना है कि कार्बाइन ऑटोमैटिक हथियार है। जो सिर्फ सशस्त्र बलों के पास ही होती है। निंबाराम से जब्त कार्बाइन मध्यप्रदेश के सेंधवा में निर्मित देसी हथियार है। उसकी मैग्जीन में ३० गोलियां लोड हो सकती हैं। इतना ही नहीं, एक ट्रिगर दबाते ही सारी गोलियां एक साथ निकलती हैं।
जेल में मिले दोनों हार्डकोर, जमानत पर छूट साथ हुए
निंबाराम को निंबाहेड़ा में हथियारों की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था। बनाड़ व बिलाड़ा थाना पुलिस पर फायरिंग के मामलों में उसे गिरफ्तार किया गया था। गत वर्ष सितम्बर में सहीराम उर्फ श्रीराम बिश्नोई को डीसीपी धर्मेन्द्रसिंह ने पांव में गोली मारकर बनाड़ क्षेत्र में पकड़ा था। दोनों का जेल में एक-दूसरे से सम्पर्क हुआ था। जमानत पर जेल से बाहर आकर सहीराम ने कार खरीदी थी और फिर दोनों निंबाहेड़ा जाकर कार्बाइन व हथियार खरीदकर लाए थे।

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