बाड़मेर। तस्वीर में दिख रही दोनों महिलाएं एक ही हैं। एक फोटो संघर्ष के दिनों की है जबकि दूसरी फोटो अपने काम के दम पर यूरोप की यात्रा की है। तकदीर और तस्वीर बदलने वाली इस महिला का नाम है रूमा देवी, जो बेइंतहा गरीबी में पली-बढ़ी। बाल विवाह का दंश झेला। पाई-पाई को मोहताज हुई, मगर आज 22 हजार महिलाओं को ‘नौकरी’ दे रखी है।